How to download Gold saving scheme Application Form PDF | प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना 2021 का लाभ | गोल्ड मोनेटाईज़ेशन स्कीम Gold Monetization Scheme in Hindi
हमारे देश में सभी न सभी के पास थोड़ी बहुत मात्रा में सोना होता ही है। यदि अगर आपके पास भी किसी मात्रा मी सोना है तो यह जानकरी आपके लिए बहुत जरुरी है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने घोषणा की थी की डेड मनी से जीवित ताकत बनाने के लिए प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना या गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम शुरु की गई है। आज हम अपने लेहक के मध्यम से PM Gold Monetization Scheme से जुड़ी सभी जानकारी आपको देंगे। इसलिए हमारे लेख को अंत तक पढ़े और दियानपूर्वक पढ़े। भारत सरकार ने हमारे राष्ट्र के लिए बहुत सरे क़दम उठाए है। और भारत के नागरिको के लिए कई लाभ कल्याणकारी योजना शुरु की है।
प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (Prime Minister’s Gold Monetization Scheme) योजनाओ में से एक है। भारत देश में कम से कम 1 हजार टन सोने का आयत किया जाता है। भारत को दुनिया में शीर्ष सोना माना जाता है ,ये आयत हमारे भारत देश के लिए अच्छा नहीं है। क्योकि यह हमारे देश में वित्तय बोझ को जोड़ता है। सोने आयत भी भारत देश को उच्च आयत शुल्क लगाने पे मज़बूर करता है। भारत सरकार ने हमारे सोने को नकदी में बदलने के फैसला किया है। भारतीय संस्तान प्रत्येक घर में 20 हजार टन सोना रखते है। जिसका मुल्य $ 1 ट्रिलियन है। सोने का केवल कुल मुल्य हमारे राष्ट्र के सकल खरेलु उत्पाद का 60 प्र्तिषद है।
गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम (स्वर्ण मुद्रीकरण योजना) क्या है
प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना भारत देश में आपके सोने को उत्पादक संपत्ति में बदल देगी। यह योजना प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना GDS और GML का संशोधन है। नई गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को जीडीएस को बदल देगी। स्वर्ण स्वामियों को बस अपने सोने की बचत को खोलने की जरूरत है,अपने सोने को अपने केन्द्रो को सोपना चाहिए। सोने की शुद्धता आकलन करते है और सोने के मालिकों को रसीद देते है। बेंको से आपके सोने का वास्तविक मुल्य से अवगत कराया जायेगा। आपके सोने के मुल्य को बैंक द्वारा आपके सोने खाते में जमा कराये जायेंगे। बैंक सोने के मालिकों के द्वारा जमा कराये गए सोने को एक जगह इकट्ठा करती है।
आपका सोना पिगल जायेगा और सोने के ईंटों में बदल जायेगा। बैंक इस सोने को इस्तेमाल ज्वैलर्स को कर्ज देने के लिए किया जाता है। जो बैंको को ब्याज चुकाएगा। यह सोने के मालिकों के लिए एक निवेश खाते की तरह है इसमें Maturity (परिपक्वता) अवधि है। यह योजना की अवधि पूरी हो जाने के बाद बैंक सोने के मालिकों को निश्चित ब्याज के साथ सोना लोटा देगा। और ब्याज का भुक्तान में भी सोने में किया जायेगा।
Highlights of PM Gold Monetization Scheme (Swarn Yojana)
योजना का नाम | Gold Monetization Scheme |
शुरू की गई | Central Government |
घोषणा की | PM Narendra Modi |
किस योजना के अंतर्गत | Gold Deposit Scheme (GDS) Gold Metal Loan Scheme (GML) |
उद्देश्य | सोने पर लोन व ब्याज प्रदान करना |
लाभार्थी | देश में सभी गोल्ड रखने वाले नागरिक |
प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना के तहत जमा राशि
दीर्घकालिक जमा के लिए कार्यकाल | 1-4 वर्ष |
मध्यम अवधि जमा के लिए कार्यकाल | 5- 9 वर्ष |
अल्पावधि जमा के लिए कार्यकाल | 12-15 साल |
बैंक किन तरीकों से सोने के भंडार का उपयोग कर सकते हैं
बैंक ज्वैलर्स को सोना उधार दे सकता है–बैंक ज्वैलर्स को गोल्ड उधार दे सकता है और उस गोल्ड लैंडिंग पर फिक्स ब्याज कमा सकता है सोने के कुल आयत को भी काम कर सकते है और सरकार सीएडी को कम करने में मदद करता है। आयातित सामान सेवाओं का मुल्य निर्यात की गयी वस्तु का मूल्य से अधिक होता है। CAD करने का अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है ,इसलिए भारत की अर्थव्यवस्था के लिए घोषणा करे।
- पीएम गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के लिए पात्रता शर्ते
- भारत देश के सभी भारतीय इस योजना में निवेश कर सकता है
- गोल्ड मोनेटाइजेशन योजना का आभूषण, सिक्का के रूप में न्यूनतम लॉक इन अवधि के बाद समय से पहले निकासी देता है।
- देश के सभी वाणिज्यिक बैंक इस योजना का लागू कर सकते है।
- आपको सालाना 3:50% ब्याज मिलेगा पिछली सोने की निवेश योजनाओ से अधिक है।
प्रधानमंत्री स्वर्ण मुद्रीकरण योजना कैसे काम करती है
सारी प्रक्रिया समान्य बैंकिंग प्रक्रिया के समान है। ज्वैलर्स को अपना सोना जमा करना होगा। सोने के मालिकों को प्रारंभिक परीक्षण उपयोग करने के बाद उनके सोने के सही मुल्य के बारे आपको सूचित किया जायेगा जब ग्राहक सोने के मुल्य से संतुष्ट हो जाते है। सोने के मालिकों को अपना सोने के पिघलने के लिए E-KYC का फॉर्म भरना होगा। यदि सोने के मालिकों को सोने से शुद्धता परीक्षण के बाद सोने के मालिक संतुष्ट नहीं होते है ,और वह अपना सोना वापस ले सकते है। ग्राहक को एक प्रमाण पत्र जिसमे शुद्धता और सोने की मात्रा की जानकारी होगी। बैंक ग्राहक सोने के लिए बचत खाता खोलता है।