ई-नाम रजिस्ट्रेशन | ई-नाम ऑनलाइन किसान पंजीकरण कैसे करे | eNAM PORTAL ONLINE REGISTRATION PROCESS | eNAM Farmer Registration Form online | ई-नाम ऑनलाइन किसान पंजीकरण | enam.gov.in Portal
देश के प्रधानमंत्री जी के द्वारा देश के किसानो को अपनी फसलों को सुलझाने के लिए e nam रजिस्ट्रेशन योजना शुरु किया गया है e नाम को राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के नाम से भी जाना जाता है। राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) पैन -इंडिया इलेक्ट्रॉनिक व्यापार पोर्टल है जो कृषि से संबंधित उपजो के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करने के लिए ए।पी।एम।सी मंडी का एक प्रसार शुरु किया गया है। इस e nam Portal के माध्यम से देश के प्रत्येक किसान अपनी फसलों को कही से भी ऑनलाइन भेज सकते है और ऑनलाइन बेची गई फसलों का भुकतान अपने बैंक खाते में प्राप्त कर सकते है।
ई-नाम ऑनलाइन किसान पंजीकरण
e nam PortalOnline लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) भारत सरकार के कृषि और किसान मंत्रालय के अंतर्गत ई-नाम को लागु करने के लिए एक प्रमुख एजेंसी शुरु की गई है। राष्ट्रीय कृषि बाजार /national agriculture market(ई-नाम) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल लांच किया है। देश के कृषि उत्पादों के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाने के लिए मौजूद एपीएमसी मंडियों को ऑनलाइन नेटवर्क से जोड़ा जाता है। इस पोर्टल के माध्यम से लोगो को काफी फायदा होता है। देश के इच्छुक किसान अपनी फसल को ऑनलाइन बेचने चाहते है तो वह नागरिक इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे e naam पोर्टल पर पंजीकरण बीच सकते है।
ई नाम की पांचवी वर्षगाठ पर तीन नयी सुविधाओं को किया गया लॉन्च
सरकार के द्वारा इस योजना को शुरु करने के लिए देश के किसानो की फसलों को होने वाली परेशानी को सुलझाने के लिए शुरु की गई है। 20 अप्रैल 2021 को ई नाम पोर्टल को शुरु हुए पुरे पांच साल हो गए है पांचवी वर्षगाठ पर केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने देश के किसानो के लिए तीन नयी सुविधाओं को शुरु किया गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने इस तीन सुविधाओं के अंतर्गत उपज से सम्बंधित किसानो की सुविधाओं के लिए ई-नाम पर मंडी जानकारी पृष्ठ, ई-नाम प्लेटफॉर्म के साथ आईएमडी मौसम पूर्वानुमान सूचना का एकीकरण एवं सहकारी मॉडल को शुरु किया गया है।
राष्ट्रीय कृषि बाजार का उद्देश्य
जैसे की हम सब जानते है की फसलों को अपनी फैसले बेचने में समस्य होती है तो वह किसान उत्पादन तो कर लेते है लेकिन देश के प्रत्येक किसान यही सोचते है की इसको कहा कैसे बेचे यह एक सवाल होता है। अभी तक किसानो की फसलों को देश के बिचौलियों के द्वारा ख़रीदा एवं बेचा जाता है। इन सभी समस्य को देखते हुए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई नाम ) प्रोटाल को शुरु किया गया है देश के किसान अपनी कृषि को बेचने के लिए enam ऑनलाइन आवेदन पत्र भरकर खुद को पंजीकृत कर सकेंगे और देश के प्रत्येक किसान अपनी फसलों को उचित दामों पर प्राप्त कर सकेंगे। आपको बता दे किसान को अपनी फसल बेचने के बाद मिलने वाले पैसे सीधे किसान के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किये जायेंगे।
e nam रजिस्ट्रेशन के लाभ
- ई-नाम पोर्टल सभी ए।पी।एम।सी सुचना और सेवाओं के लिए के ही स्थान पर सेवा प्रदान की जाती है। अन्य सेवाओं के बीच आगमन पर कीमतों व्यापार प्रस्तावों को खरीद एवं बेचने के व्यापर को शामिल किया गया है।
- इस पोर्टल के माध्यम से देश के प्रत्येक किसान ऑनलाइन पंजीकरण करके अपनी फसल को ऑनलाइन बीच सकते है और साथ ही लाभ प्राप्त कर सकते है।
- सरकार को इस योजना के माध्यम से अधिकतम लाभ किसान को प्रदान करना है।
- e nam ऑनलाइन मार्किट प्लेटफॉर्म पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से बेहतर खोज प्रदान करते हुए बेहतर वास्तु में में अखिल भारतीय व्यापर की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- सेब, आलू प्याज, हरा मटर, महूआ का फूल, अरहर साबूत, मूंग साबूत, मसूर साबूत (मसूर), उड़द साबूत, गेहूँ, मक्का, चना साबूत, बाजरा, जौ, ज्वार, धान, अरंडी का बीच, सरसों का बीज, सोया बीन, मूंगफली, कपास, जीरा, लाल मिर्च और हल्दी के प्रायोगिक व्यापार की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 को 8 राज्यों के 21 मंडियों में की जाएगी।
- व्यापार एवं मूल्य पर वास्तविक जानकारी को प्रदान करना है।
- अच्छे मूल्य पर वास्तविक समय की जानकारी
- देश के राज्य भर में वास्तविक बाज़ारो में पहुंच
- वस्तुओं की गुणवत्ता जानकारी
- ई नाम पोर्टल सीधा ऑनलाइन भुकतान
E NAM पोर्टल की विशेषताएं
- ई-नाम रजिस्ट्रेशन के माध्यम से देश के सभी राज्यों में काम करना सम्भव हो गया है।
- सरकार के द्वारा इस साल ई नाम में 200 मंडियों को जोड़ा गया है और इसके साथ ही अगले कुछ साल में 215 मंडियों को इसमें शामिल किया जायेगा।
- इनाम के कार्यान्वयन लघु कृषक कृषि व्यापारी के द्वारा किया जायेगा।
- इस पोर्टल के शुरु होने की वजह से देश के किसानो को अब किसी भी बिचौलियों पर निर्भर रहने की कोई आवश्कता नहीं पड़ेगी और पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी फसलों को सीधा भेज सकेंगे।
- सरकार ने इस पोर्टल की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 को की गई थी। इस पोर्टल के माध्यम से देश के किसान अपनी फसलों को किसी भी मंडी में ऑनलाइन बीच सकेंगे।
ई-नाम पोर्टल रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज़ (पात्रता )
- इस योजना का लाभ केवल देश के किसान को दिया जायेगा।
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- बैंक खाता
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
e nam Portal पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करे?
देश के प्रत्येक किसान जो इच्छुक लाभार्थी है इस ऑनलाइन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करना चाहते है तो वह नीचे दिए गए तरीको का पालन करे।
- सबसे पहले आवेदक को इ नाम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज ओपन हो जायेगा।
- इस पेज पर आपको Registration का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस विकल्प पर क्लिक करना है। क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा।
- इस पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म ओपन हो जायेगा। आपसे इस रजिस्ट्रेशन में पूछी गई सभी जानकारी जैसे किसान पंजीकरण प्रकार, स्तर का चयन कर सकते हैं नाम , जन्मतिथि , आधार नंबर , बैंक विवरण आदि दर्ज करनी होगी। उसके बाद किसान को रद्द की गई फोटो कॉपी एवं चेक और आईडीई प्रूफ को स्कैन करके अपलोड करना होगा।
- सभी जानकरी को ध्यान पूर्वक पढ़ने के बाद आपको सबमिट पर क्लिक करना होगा।
- इस फॉर्म का किसानो को अपने भविष्य के संदर्भ जमा किये आवेदन पत्र का एक प्रिंट आउट प्राप्त करना होगा। किसानो की पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने पर किसान अपनी फसल को बेचने के लिए लॉगिन कर सकते है।
- लॉगिन करने के लिए किसान को पोर्टल के होम पेज पर जाना होगा। इस पेज आप “लॉगिन” के विकल्प पर क्लिक करना होगा। उसके बाद आपके सामने अगला होम पेज खुल जायेगा।
- इस होम पेज पर आपको अपना यूजर नाम और पासवर्ड एवं कॅप्टचा कोड डाल कर लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया
- आवेदक को सबसे पहले ई नाम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आपके सामने अब होम पेज खुल। जायेगा।
- इस होम पेज पर आपको लॉगिन हेयर के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आपके सामने लॉगिन फॉर्म खुल जायेगा।
- इस पेज पर अपना यूजर नेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
- अब आप लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करेंगे।
- इस प्रकार से आप लॉगिन कर पाएंगे।
ई नाम मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया
- आवेदक को सबसे पहले अपने मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर पर जाना होगा।
- ई-नाम रजिस्ट्रेशन इसके पश्चात आपको सर्च बार में ई नाम एंटर करना होगा।
- अब आप सर्च के बटन पर क्लिक करेंगे। आपके सामने सूचि खुल कर आ जाएगी।
- उसके बाद आपको सबसे ऊपर वाले रिजल्ट पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आप इनस्टॉल के बटन पर क्लिक करेंगे।
- इस प्रकार से आपके मोबाइल फ़ोन में ई नाम ऐप डाउनलोड हो जायेगा।
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Office Time: 09:30 AM. to 06:00 PM.
- e nam रजिस्ट्रेशन किसान हेल्पलाइन (टोल फ्री) नंबर
- किसी भी सवाल या कठिनाई की समस्य में, e nam रजिस्ट्रेशन किसानों की सहायता के लिए हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर की सुविधा भी प्रदान की गई है।
- हेल्पलाइन (टोल फ्री) नंबर: 1800 270 0224
- ईमेल आईडी: nam@sfac.in, enam.helpdesk@gmail.com
- आधिकारिक वेबसाइट: https://enam.gov.in/web/