National Pension Scheme :- आज के दौर में कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद के भविष्य की ज्यादा चिंता रहती है। कर्मचारियों की इसी चिंता को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने नेशनल पेंशन स्कीम की शुरुआत की है। अब इस स्कीम का लाभ प्राप्त कर देश के कर्मचारी अपने रिटायरमेंट के बाद भी बेहतर जीवन यापन कर सकेंगे। अगर आप भी केंद्र सरकार की इस स्कीम का हिस्सा बनना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें। क्योंकि हम आपको अपनी इस आर्टिकल में National Pension scheme से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करने जा रहे हैं।
National Pension Scheme 2023
केंद्र सरकार ने NPS को सन् 2004 में सभी सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद लाभ प्रदान करने के लक्ष्य से नियोजित किया था। लेकिन इस स्कीम के तहत सन् 2009 में देश के सभी श्रेणी के कर्मचारियों को शामिल करने का निर्णय लिया गया। National Pension Scheme के तहत कर्मचारी अपने काम काजी जीवन के दौरान पेंशन खाते में निवेश करके रिटायरमेंट के समय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस स्कीम की एक खास बात यह है कि कर्मचारियों द्वारा निवेश की गई धनराशि का 60% हिस्सा रिटायरमेंट से पहले निकाला जा सकते हैं एवं बची हुई निवेश की 40% राशि नेशनल पेंशन स्कीम में चली जाएगी और इस 40% की राशि पर कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक नियमित आय प्रदान की जाएंगी।
नेशनल पेंशन स्कीम के बारे में जानकारी
स्कीम का नाम | नेशनल पेंशन स्कीम |
शुरू की गई | भारत सरकार द्वारा |
लाभार्थी | देश के सभी नागरिक |
उद्देश्य | 60 वर्ष की आयु के बाद रिटायर्ड निवेशकों को पेंशन प्रदान करना |
साल | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन प्रक्रिया |
अधिकारिक वेबसाइट | https://www.npscra.nsdl.co.in |
नेशनल पेंशन स्कीम का उद्देश्य
इस स्कीम को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। ताकि रिटायर्ड नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पडे। National Pension Scheme के तहत कर्मचारी निवेश करके अपने रिटायरमेंट के बाद के जीवन को आर्थिक रूप से मजबूत कर सकेगा। इस स्कीम के अंतर्गत निवेश की गई 60% धनराशि निवेशक द्वारा रिटायरमेंट से पहले निकाली जा सकती है तथा 40% धनराशि के निवेश पर रिटायर्ड कर्मचारी को आय प्राप्ति होगी। इस आय की प्राप्ति से रिटायर्ड कर्मचारी आर्थिक एवं वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बन पाएंगे। अब नेशनल पेंशन स्कीम को ओर अधिक लोकप्रिय करने के लिए आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। जिसके परिणाम स्वरूप कर्मचारी इस योजना के तहत निवेश करने के लिए प्रेरित होंगे।
नेशनल पेंशन स्कीम के लाभ एवं विशेषताएं
- NPS को सन् 2004 में सभी सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद लाभ प्रदान करने के लक्ष्य से नियोजित किया था।
- लेकिन बाद में सन् 2009 में देश के सभी श्रेणी के कर्मचारियों को इस योजना में शामिल करने का निर्णय लिया गया।
- यदि निवेशक Annuity की खरीद पर निवेश करता है तो उसको कर से पूरी तरह छूट मिलेगी।
- इस योजना के अंतर्गत निवेशक 80CCD(1) के तहत ग्रॉस इनकम का 10% का टैक्स में डिडक्शन क्लेम कर सकता है। यह लिमिट 80CCD(1) के तहत 1.5 लाख तक की है।
- इस योजना के तहत निवेश की न्यूनतम राशि ₹6000 है।
- अगर आप किसी कारण निवेश की न्यूनतम राशि तक का निवेश नहीं कर पाते हैं तो इस स्थिति में आपका अकाउंट फ्रीज कर दिया जाएगा और अनफ्रीज अकाउंट करवाने के लिए आपको ₹100 की पेनल्टी देनी होगी।
- यदि NPS के अंतर्गत निवेश करने वाले नागरिक की मृत्यु 60 वर्ष से पहले हो जाती हैं। तो इस स्थिति में नॉमिनी को पेंशन की राशि प्रदान की जाएगी।
- हाल ही में देश के फाइनेंस मिनिस्टर ने नेशनल पेंशन स्कीम ट्रस्ट को पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी से अलग करने का निर्णय लिया है।
- National Pension Scheme के तहत निवेशकों के लिए एक रिटायरमेंट अकाउंट खुलवाया जाता है। यह अकाउंट नंबर 12 अंकों के नंबर का होता है। जिस के द्वारा निवेशक लेनदेन कर सकता है।
- निवेशक द्वारा एक से अधिक रिटायरमेंट अकाउंट नहीं खुलवाएं जा सकते हैं।
नेशनल पेंशन स्कीम के तहत पात्रता
- निवेशक को भारत का निवासी होना अनिवार्य है।
- निवेशक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच की होनी चाहिए।
- भारत के स्थाई एवं अस्थाई दोनों प्रकार के नागरिक इस स्कीम के तहत निवेश कर सकते हैं।
- इस योजना में केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद ही नागरिक शामिल हो सकता है।
नेशनल पेंशन योजना के लाभार्थी
- NPS के तहत निम्नलिखित व्यक्तियों द्वारा निवेश किया जा सकता है।
- केंद्र सरकार के कर्मचारियों द्वारा
- राज्य सरकारी कर्मचारियों द्वारा
- निजी क्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा
- देश सभी आम जनता द्वारा
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवेश प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- दसवीं क्लास की मार्कशीट
- सब्सक्राइब रजिस्ट्रेशन फॉर्म
राष्ट्रीय पेंशन स्कीम की अपडेट्स
- भारतीय कैबिनेट ने सन 2018 में नेशनल पेंशन स्कीम के अंतर्गत कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। जो निम्नलिखित इस प्रकार है।
- शुरुआती दौर में NPS के तहत कर्मचारियों को 10% का योगदान करना होता था। लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 14% कर दिया गया ।
- इस योजना के तहत निवेश की 60% धनराशि को कर मुक्त कर दिया गया है।
- इस योजना के तहत निवेशकों को यह भी स्वतंत्रता दी गई है कि उनके द्वारा पेंशन में योगदान किया गया पैसा किस फंड में निवेश किया जाए।
- केवल केंद्रीय कर्मचारी को यह छूट दी गई है कि कर्मचारी द्वारा वर्ष में एक बार पेंशन फंड को अपनी इच्छा अनुसार बदला जा सकता हैं।
नेशनल पेंशन स्कीम के तहत विड्रोल करने की प्रक्रिया
- अगर आप नेशनल पेंशन स्कीम से विड्रोल करना चाहते हैं। तो आपको विड्रोल एप्लीकेशन पीओपी को सारे आवश्यक दस्तावेजों के साथ सबमिट करना है। कर्मचारियों के पास विड्रोल करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों का होना जरूरी है
- PRAN CARD
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- एक कैंसिल चेक
नेशनल पेंशन स्कीम के तहत खाता खोलने की प्रक्रिया
ऑफलाइन प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको पीओपी पॉइंट ऑफ़ प्रेजेंस खोजना है।
- इसके बाद आपको पीओपी से सब्सक्राइबर फॉर्म लेना है।
- इस सब्सक्राइबर फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियों को ध्यान पूर्वक भरकर सभी आवश्यक दस्तावेजों को अटैच करके केवाईपी पेपर्स के साथ पीओपी- पॉइंट ऑफ प्रेजेंस में सबमिट कर देना है।
- इसके बाद आपको पॉइंट ऑफ प्रेजेंट से एक रेफरेंस नंबर प्राप्त होगा।
- जिसके द्वारा आप अपनी एप्लीकेशन ट्रैक कर सकते हैं।
- आप जब आवेदन करें तो आपको अपनी पहली कंट्रीब्यूशन जमा करनी है। इसके लिए आपको इंस्ट्रक्शन स्लिप भी सबमिट करनी है। जिसमें आपकी पेमेंट की डिटेल्स होगी।