Paramparagat Krishi Vikas Yojana Apply Online | परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) ऑनलाइन आवेदन | परम्परागत कृषि विकास योजना क्या है | Paramparagat Krishi Vikas Yojana in Hindi
पारंपरिक खेती की तुलना में जैविक खेती सेहत के लिए लाभकारी होती है। जैसे की हम सब जानते है जैविक की खेती में कम कीटनाशक का उपयोग होता है। इसी के साथ जैविक की खेती भूजल और सतह के पानी में नायट्रोजन की लीचिंग को भी कम करती है। इन सब को देखते हुए इसलिए भारत सरकार के द्वारा जैविक की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसके लिए सरकार ने परम्परागत कृषि विकास योजना को शुरु किया है। इस योजना के माध्यम से भारत सरकार के द्वारा जैविक की खेती करने के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएग। आज आपको हमारे इस लेख को पढ़कर Paramparagat Krishi Vikas Yojana से संबंधित जानकारी प्राप्त होगी। इसलिए आपसे अनुरोध है हमरे इस लेख को अंत तक पढ़े।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2022
परंपरागत कृषि विकास योजना को सोईल हेल्थ योजना के अंतर्गत शुरु किया गया है। सरकार के द्वारा इस योजना के माध्यम से जैविक की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसी के साथ सरकार के द्वारा किसानो को आर्थिक सहयता प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के माध्यम से जैविक की खेती का मॉडल विकसित किया जायेगा। Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2022 का मुख्य उद्देश्य देश की मिटटी की उर्वरता को बढ़ाना है। क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहयता इस योजना के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इस योजना को सन 2015-16 में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को खेती को क्लस्टर मोड को बढ़ावा देने के लिए शुरु किया गया था।
Overview of Paramparagat Krishi Vikas Yojana
योजना का नाम | परम्परागत कृषि विकास योजना |
किसने आरंभ की | भारत सरकार |
लाभार्थी | किसान |
उद्देश्य | जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना। |
आधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
साल | 2022 |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन और ऑफलाइन |
वित्तीय सहायता | ₹50000 |
परम्परागत कृषि विकास योजना का उद्देश्य
जैसे की आपको हमने अपने इस लेख के माध्यम से ऊपर बताया है की इस योजना का मुख्य उदेश्य जैविक की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के माध्यम से किसानो को जैविक किम खेती करने के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएगी। सरकार के द्वारा शुरु की गई यह Paramparagat Krishi Vikas Yojana के लाभ देश की मिटटी की गुणवत्ता बढ़ाने में भी कारगर साबित होगी। इसके अलावा के माध्यम से रसायनिक मुक्त एवं पौष्टिक भोजन हो सकेगा। जैसे की हम जानते है की जैविक की खेती में कम कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। परम्परागत कृषि विकास योजना देश के नागरिको की सेहत को सुधर करने के लिए उपयोगी साबित होगी। इस योजना के माध्यम से जैविक की खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए भी शुरु किया गया है।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana के लाभ
- परम्परागत कृषि विकास योजना को भारत सरकार के द्वारा शुरु किया गया है।
- भारत सरकार ने इस योजना को सोयल हेल्थ योजना के अंतर्गत शुरु किया है।
- इस योजना के माध्यम से देश के सभी किसानो को जैविक की खेती करने के लिए सरकार के द्वारा प्रोत्साहित किया जायेगा।
- जैविक की खेती करने के लिए किसानो को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के माध्यम से देश की मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ावा दिया जायेगा।
- परम्परागत कृषि विकास योजना 2021 के अंतर्गत से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनों के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विवरणों के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएगी।
- भारत सरकार के द्वारा इस योजना को सन 2015-16 में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को क्लस्टर मोड को बढ़ावा देने के लिए शुरु किया गया था।
- Paraparagat Kishi Vikas Yojana के अंतर्गत जैविक की खेती करने के लिए ₹50000 प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएगी।
- सरकार मूल्यवर्धन एवं वितरण के लिए ₹8800 रुपया प्रदान किये जायेंगे।
- इस योजना के अंतर्गत लाभ की धनराशि सीधे किसानो के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से भेजी जाएगी।
पिछले 4 वर्षों में प्रदान की गई वित्तीय सहायता
साल | बजट एस्टीमेट (crore) | रिवाइज्ड एस्टीमेट (crore) | रिलीज (crore) |
2017-18 | 350 | 250 | 203.46 |
2018-19 | 360 | 335.91 | 329.46 |
2019-20 | 325 | 299.36 | 283.67 |
2020-21 | 500 | 350 | 381.05 |
कुल | 1535 | 1235.27 | 1197.64 |
परम्परागत कृषि विकास योजना स्टेटिस्टिक्स
सक्रिय क्षेत्रीय परिषद | 334 |
कुल समूह | 26007 |
स्वीकृत समूह | 26007 |
कुल किसान | 924450 |
स्वीकृत किसान | 910476 |
स्वीकृत नहीं किसान | 13974 |
कुल प्रमाणपत्र | 2141473 |
स्वीकृत प्रमाण पत्र | 939466 |
प्रमाणपत्र स्वीकृत नहीं | 1202007 |
जैविक खेती के लिए प्रस्तावित क्षेत्र | 551112.279075419 Hectare |
परम्परागत कृषि विकास योजना के पात्रता मानदंड
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को भारत का निवासी होना चाहिए।
- आवेदन करने के लिए आवेदक को किसान होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
PKVY Scheme 2022 के दस्तावेज
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- राशन कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र
- आवेदक किसान नागरिक की पासपोर्ट साइज फोटो
परम्परागत कृषि विकास योजना 2022 के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
- आवेदक को सबसे पहले परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने एक होम पेज खुल जायेगा।
- इस होम पेज पर आपको अप्लाई नाउ के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात आपके सामने अब अवदाब पत्र खुल जायेगा।
- आपसे इस आवेदन पत्र में पूछा जायेगा जैसे -कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि भरना होगा।
- अपने सभी जरुरी दस्तावेजों को आत्ताच करके अपलोड करना होगा।
- इसके पश्चात अब आप सबमिट के विकल्प पर क्लिक करेंगे।
- इस प्रकार से आप परम्परागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत आवेदन कर पाएंगे
कांटेक्ट डिटेल चेक करने की प्रक्रिया
- आवेदनकर्ता को सबसे पहले परम्परागत कृषि विकास योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- इस पेज पर अब आपको कांटेक्ट अस के विकल्प पर क्लिक कर देना है, इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
- अब आपको इस पेज पर कांटेक्ट डिटेल से संबंधित सभी जानकारी खुल आ जाएगी।