ई-जनगणना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करे और E- janganana List 2022-23, E- Census Application Status देखे एवं लाभ तथा विशेषताएं जाने
जैसा की आप सभी को मालूम है सरकार हमेशा नागरिकों को हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए विभन्न विभन्न प्रकार की योजनाओं की शुरुआत करती रहती है। जिसका उद्देश्य है की नागरिक आत्मनिर्भर बने और सभी कार्य आसानीपूर्वक घर बैठे कर सकें। इसलिए ही सरकार ने नागरिकों की सुविधा के लिए जनगणना डिजिटल माध्यम से करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए ई-जनगणना योजना का शुभारम्भ किया है। तो मित्रों आज का यह लेख सभी नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे की E- janganana 2022 क्या है ?इसका उद्देश्य लाभ एवं विशेषताएं क्या है , और पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज़ क्या है? इसलिए हमारा आपसे निवेदन हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
E- janganana 2022
जनगणना डिजिटल माध्यम से करने का निर्णय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लिया गया है। जिसके तहत नागरिकों को ई-जनगणना से जोड़ा जाएगा। जिसके लिए सरकार ने एक सॉफ्टवेयर का आरम्भ किया है। यह तो आप सभी जानते है की 10 साल के पश्चात जनगणना की जाती है। पिछली बार वर्ष 2011 में जनगणना की गई थी। जिससे की अब वर्ष 2021 में जनगणना की जाती। मगर देश भर में कोरोना संक्रमण फैला होने के कारण सरकार द्वारा इस कार्य को करने से मना कर दिया।
अमित शाह द्वारा ई-जनगणना शुरू करने की घोषणा डायरेक्टरेट ऑफ़ सेन्सस ओप्रशन बिल्डिंग उद्घाटन के दौरान की गई । E- janganana 2022 का कार्य करने के लिए सरकार विभन्न सरकारी करयालों से मदद लेगी। सरकार द्वारा यह भी घोषणा की गई है की 50 % नागरिकों से मोबाइल एप्लीकेशन के तहत सवाल किए जाएंगे। जो जनगणना के समस्त कार्य में सहायक होगा ।
Highlights of e-Census Scheme
योजना का नाम | E- janganana 2022 |
साल | 2022 |
किसने शुरू की | भारत सरकार |
किसके लिए शुरू की गई | भारत के नागरिकों की लिए |
उद्देश्य | डिजिटल के माध्यम से जनगणना करना |
आवेदन प्रक्रिया | अभी लांच नहीं की गई |
ई-जनगणना योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना के मुख्य उद्देश्य है डिजिटल के माध्यम से जनगणना करना। जिससे की जनगणना का कार्य सरल तरीके से किया जा सकें। सरकारी कर्मचारियों को जनगणना करने के लिए घर घर जाना पड़ता है। मगर अब ई-जनगणना के तहत किसी भी सरकारी कर्मचारी को कहीं जाने की आवश्यक नहीं पड़ेगी। जिससे की उनके धन और समय दोनों का दुरूपयोग होने से बचेगा। इसके साथ ही नागरिक आत्मनिर्भर एवं सक्षम भी बनेंगे।
जनगणना आकड़ो का ऐसा स्त्रोत है जिसके आधार पर केंद्र व राज्य सरकारें अपनी नीतियां बनाती हैं।
जनगणना एक साथ हमें कई सर्वेक्षणों से बचाने का काम करती है।
मोदी सरकार ने तय किया है कि अब जो जनगणना होगी वह ई-जनगणना होगी जिसके आधार पर देश के अगले 25 साल के विकास का खाका तैयार होगा। pic.twitter.com/TyClkoPWow
— Amit Shah (@AmitShah) May 9, 2022
E- janganana के लाभ एवं विशेषताएं
- गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जनगणना डिजिटल माध्यम से करने की घोषणा की गई है।
- जिसके तहत नागरिकों को ई-जनगणना से जोड़ा जाएगा।
- जिसके लिए सरकार ने एक सॉफ्टवेयर का आरम्भ किया है।
- सरकार द्वारा घोषणा की गई है की 50 % नागरिकों से मोबाइल एप्लीकेशन के तहत सवाल किए जाएंगे।
- इस योजना का कार्य ऑटोमैटिक होने के कारण प्रणाली में भी पारदर्शिता आएगी।
- जिससे की E- janganana के कार्य मदद प्राप्त होगी।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा वर्ष 2024 तक सभी जन्म और मृत्यु को जोड़ दिया जाएगा।
- इस योजना के समस्त कार्य में मदद विभन्न सरकारी करयालों की ली जाएगी।
- ई-जनगणना योजना आरम्भ होने से आने वाले 25 साल के लिए नीतियां बनाई जा सकेंगी।
पात्रता मानदंड
- इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाला आवेदक भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- नीचे बताए गए आवश्यक दस्तावेज़ होना भी ज़रूरी है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
E- janganana के अंतर्गत आवेदन करने प्रक्रिया क्या है ?
इस ई-जनगणना योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए अभी कोई आधिकारिक वेबसाइट नहीं लॉन्च की गई है। जैसे ही सरकार द्वारा इस से संबंधित कोई भी जानकारी साँझा की जाएगी। हम आपको अपने इस लेख की मदद से बता देंगे है। इसलिए हमारा अनुरोध है की आप हमारे इस लेख से जुड़े रहें।