Doodh Ganga Yojana 2022 दूध गंगा योजना ऑनलाइन आवेदन, लाभ एवं पात्रता जाने

Doodh Ganga Yojana Apply Online 2022 for HP Dairy Farming Business Loan | दूध गंगा योजना ऑनलाइन आवेदन | Doodh Ganga Yojana Eligibility and Benefits |

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के नागरिको के लिए विभिन प्रकार की कल्याणी योजना का संचालन किया जाता है. इस योजना का लाभ नागरिको को प्रदान कर उनके जीवन शैली में सुधर लाना है एक ऐसी ही योजना हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सन् 2010 से कार्य कर रही है इस योजना का नाम दूध गंगा योजना है इस योजना के माध्यम से राज्य के दूध उत्पादन कार्यों से जुड़े लोगो को लोन प्रदान किया जाता है जिससे दुग्ध उत्पादन व्यवसाय को विकसित किया जा सके। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से पशुपालकों एवं दुग्ध उद्यमियों को 30 लाख रुपए का लोन कम बियाज़ पर उपलब्ध करवाया जाता है जिससे नागरिक अपने छोटे दूध फार्म को एक विकसित डेरी व्यवसाय में बदल सके। तो आज हम आप सभी को Dhoodh Ganga Yojana 2022 से जुडी सभी महत्पूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे आप सभी से निवेदन है कृप्या हमारे इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़े।

Himachal Pradesh Doodh Ganga Yojana 2022

हिमाचल प्रदेश सरकार दूध गंगा योजना को राज्य के नागरिको के लिए आरम्भ किया गया था इस योजना का लाभ प्रदेश के वह नागरिक प्राप्त करने के योग्य है जो दूध उत्पादन क्षेत्र से जुड़े किसानों/ पशुपालकों/दुग्ध उद्यमियों का कार्य करते है राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत दूध उत्पादन क्षेत्र से संबंधी नागरिको को 30 लाख रुपए का लोन उपलब्ध कराया जाता है साल 2010 में देश के पशुपालन विभाग द्वारा डेरी उद्यम के रूप में राष्ट्री कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के तहत दूध गंगा योजना संचालन किया गया था। दूध गंगा योजना को पहले दूध गंगा परियोजना के नाम जाना जाता था जो बियाज़ फ्री का प्रावधान था परन्तु बाद में इसके स्वरूप में बदलाव किया गया जिसकी वजह से नाम बदल कर दूध गंगा योजना (Entrepreneurship Development Scheme) किया गया। और अब बियाज़ फ्री लोन देने के बजाए लोन राशि पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।

Doodh Ganga Yojana 2022 की मदद से दूध उत्पादन कार्य में नवीनीकरण लाया जाएगा जिसकी मदद से पशुपालको को आधुनिक मशीनरी तकनीकों से जोड़ा जा सकेगा। दूध जंगा योजना में ज़रीये राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष के हिसाब से 350 लाख लीटर दूध उत्पादन करने का टारगेट रखा गया है।

दूध गंगा योजना

हिमाचल प्रदेश दूध गंगा योजना 2022 का उद्देश्य

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा दूध गंगा योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के दूध क्षेत्र में कार्य करने वाले नागरिको को लोन प्रदान उनके दूध व्यवास को बड़े फार्मिंग व्यवसाय में बदलना है जिससे के दूध उत्पादन क्षेत्र से संबंधी नागरिको को 30 लाख रुपए का लोन कम बियाज़ उपलब्ध कराया जाएगा साथ ही लोन की राशि पर सब्सिडी भी प्रदान की जाती। Doodh Ganga Yojana मदद से दूध उत्पादन कार्य में नवीनीकरण लाया जाएगा जिसकी मदद से पशुपालको को आधुनिक मशीनरी तकनीकों से जोड़ा जा सकेगा। इस योजना की मदद से 10 हजार स्वयं सहायता समूह के माध्यम से  50 हजार ग्रामीण परिवारों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। दूध गंगा योजना के जरिये 10,000 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से 50,000 ग्रामीण परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सकेगा। हिम केयर योजना के अंतर्गत आधिकारिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे।

Doodh Ganga Yojana Overview 2022

योजना का नामदूध गंगा योजना
शुरू की गईभारत सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा
आरंभ वर्षसन् 2010
लाभार्थीदुग्ध उत्पादन उद्योग से जुड़े लोग
उद्देश्यऋण उपलब्ध करवाना
ऋण की राशि30 लाख रुपए तक
साल2022
राज्यहिमाचल प्रदेश
अधिकारिक वेबसाइटhttp://hpagrisnet.gov.in/

हिमाचल गृहणी सुविधा योजना

Benefits and Features of Himachal Pradesh Doodh Ganga Yojana 2022

  • साल 2010 में देश के पशुपालन विभाग द्वारा डेरी उद्यम के रूप में राष्ट्री कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के तहत दूध गंगा योजना संचालन किया गया था।
  • दूध गंगा योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के दूध क्षेत्र में कार्य करने वाले नागरिको के दूध व्यवास को बड़े फार्मिंग व्यवसाय में बदलना है
  • दूध उत्पादन क्षेत्र से संबंधी नागरिको को 30 लाख रुपए का लोन कम बियाज़ उपलब्ध कराया जाता है। यह अलग-अलग कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है।
  • सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि पर SC & ST लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • साथ ही प्रदेश सरकार देसी गाय व भेंस खरीदने पर 20% एवं जर्सी गाय खरीदने पर 10% की ओर अपर सब्सिडी प्रदान की जाती है
  • यह योजना उत्तम नस्ल के दूधारू पशुओं को तैयार एवं उनके संरक्षण के लिए बछड़ी पालन को प्रोत्साहित करेगी।
  • Dhoodh Ganga Yojana के तहत राज्य में रोजगार में बढ़ोतरी होगी जिसकी डेयरी क्षेत्र को मूलाधार सुविधा प्राप्त होगी।
  • दूध जंगा योजना में ज़रीये राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष के हिसाब से 350 लाख लीटर दूध उत्पादन करने का टारगेट रखा गया है।
50 प्रतिशत ऋण होगा ब्याज मुक्त

हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा इस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को 10 पशुओं के डेयरी फार्म के लिए 3 लाख रुपए की लागत से लोन मुहैया कराया जायेगा। सरकार के द्वारा इस योजना के अंतर्गत 50 प्रतिशत ऋण ब्याज मुक्त किया जायेगा यानि 1.50 रूपए तक की राशि पर ही व्यक्ति को ब्याज देना होगा।

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दूध गंगा योजना में कितनी मिलती है सब्सिडी

दूध गंगा योजना के माध्यम से राज्य के एससी, एसटी वर्ग के किसानों को 33 फीसद व सामान्य वर्ग के किसानों को 25 प्रतिशत सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी। राज्य सरकार के द्वारा इस योजना के अंतर्गत अतिरिकत सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार के द्वारा भी इस योजना का अंतरत किसानो को देशी गाय व भैंस खरीदने पर 20 प्रतिशत और जर्सी गाय खरीदने पर 10 प्रतिशत अतिरिकत सहयती मुहैया कराई जाएगी।

  • किसानो को 2 से 10 दुधारू पशुओं के लिए 5 लाख रुपए तक का ऋण प्रदान किया जायेगा।
  • 5 से 20 का बछड़ा पालन के लिए 4.80 लाख रुपए का ऋण मुहैया कराया जायेगा।
  • जैसे की दूध धोने की मशीन /मिल्कोटैस्टर/ बड़े दूध कूलर इकाई (2000 लीटर तक) के लिए 18.00 लाख रूपए तक का लोन उपलब्ध कराया जायेगा।
  • दूध से देसी उत्पादन बनाने की इकाइयों के लिए 12.00 लाख ऋण दिया जायेगा।
  • मोबाइल इकाई के लिए 2.40 लाख रुपए का ऋण दिया जाता है।
  • स्थाई इकाई के लिए 1.80 लाख रुपए तक ऋण मिल सकता है।
  • दूध उत्पाद बेचने हेतू बूथ स्थापना के लिए 0.56 लाख रुपए तक ऋण दिया जाता है।

दूध गंगा योजना 2022 के तहत आवेदन कैसे करें?

  • आवेदक को सबसे पहले हिमाचल प्रदेश की Department Of Animal Husbandry की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके समाने एक होम पेज खुल जायेगा।
  • अब आप इस होम पेज पर दूध गंगा योजना के अंतर्गत जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
  • अब आप इस योजना का लाभ उठा सकते हो।

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